Sunderbaag Street Mein Chamatkar
Sunderbaag Street Mein Chamatkar
Publisher: Eklavya
Author: Nandita Da Kunha
Translator: Hindi: Yashodhara Kaneriya | Marathi: Rama Hardikar-Sakhdev
Illustrator: Priya Kuriyan
ISBN: 978-81-96364-31-1
Binding: Paperback
Language: Hindi
Pages: 22
Published: Jun-2023
Share
हिन्दी
छोटी ज़ारा सुन्दरबाग स्ट्रीट के कबाड़खाने में रोज़ शाम अकेले बैठती है। एक दिन, दरवाज़ा चरमराते हुए खुलता है, और मिस गप्पी अन्दर आती हैं। वह ज़ारा के दिमाग में एक विचार पैदा करती हैं। यह उन्हें एक ऐसे मिशन पर ले जाता है जो ज़ारा के जीवन को बदल देता है... और सुन्दरबाग स्ट्रीट में रहने वाले कई लोगों की ज़िन्दगियों को।
मराठी
लहानगी झारा रोज संध्याकाळी सुंदरबाग रस्त्यावरच्या कचरा टाकायच्या आवारात एकटीच बसत असते. एक दिवस फाटक करकरत उघडतं आणि मिस गप्पी आत येते. ती झाराच्या मनात एक कल्पना पेरते. त्यामुळे त्या दोघी झपाटून जाऊन एक मोठं काम हाती घेतात, आणि त्याने झाराचंच नव्हे तर सुंदरबाग रस्त्यावरच्या कित्येकांचं आयुष्यच बदलून जातं...
ज़ारा कबाड़ख़ाने में अकेले बैठने आती है । वहाँ उसको अपनी टीचर मिस गप्पी मिलती है वह उसको क्या नया सिखाती हैं और कबाड़ख़ाने का क्या कायाकल्प होता है यही कहानी है जो बहुत ही प्रेरणादायक है । बहुत ही सुंदर चित्रण।